लालबत्ती हटाने को नेताओं में मची होड़…!

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NEW DELHI: केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित सभी गणमान्य व्यक्तियों के वाहनों से लालबत्ती हटाने का फैसला लिए जाने के बाद नेताओं में लालबत्ती हटाने की होड़ सी मच गयी है. मोदी सरकार के लाल बत्ती हटाने के फैसले का असर पूरे देश में हुआ है. तमाम मुख्यमंत्रियों और मंत्रियो ने अपनी गाड़ियों से लालबत्ती हटानी शुरू कर दी है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी सरकारी गाड़ी से लालबत्ती हटा लिया है. छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने लालबत्ती छोड़ दिया है. अब उनकी सरकारी गाड़ी बिना लालबत्ती के है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी सरकारी गाड़ी से लालबत्ती हटा लिया है. उनकी सफेद रंग की सरकारी गाड़ी बिना लालबत्ती के देखी गई. उत्तर प्रदेश के उप उख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी अपनी गाड़ी से लालबत्ती हटा दिया है.

इन नेताओं ने हटाई गाड़ी से लालबत्ती:
नितिन गडकरी:
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी अपनी कार से लाल बत्ती हटा दी है. लालबत्ती हटाने वाले वह पहले केन्द्रीय मंत्री बन गये हैं. मंत्रिमंडल की बैठक के फौरन बाद उन्होंने अपनी कार से लाल बत्ती हटा ली. उन्होंने कहा कि यह निर्णय देश में ‘‘स्वस्थ लोकतांत्रिक मूल्यों’’ को मजबूती देने के लिये लिया गया है.

देवेन्द्र फडणवीस:
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने आज अपनी सरकारी कार से लालबत्ती हटा दी. फडणवीस ने ट्वीट कर लिखा कि ‘हमारे लोकतंत्र को मजबूत करने वाले इस ऐतिहासिक कदम के समर्थन में मैंने अपनी कार में लालबत्ती का प्रयोग बंद कर दिया है.’

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी दिए लालबत्ती हटाने के आदेश:
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने मंत्रियों को लालबत्ती हटाने के आदेश दिए हैं. वसुंधरा राजे ने प्रधानमंत्री के फैसले को सराहनीय बताते हुए कहा कि राजस्थान का कोई भी मंत्री अपनी गाड़ी पर लालबत्ती नहीं लगाएगा.

इनके अलावा इन नेताओं ने हटाई लालबत्ती:
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने भी अपनी गाड़ी से लालबत्ती हटा लिया है.
तमिलनाडु के मुख्यमंती पलानिस्वामी ने खुद अपनी गाड़ी से लालबत्ती हटा दिया है. 
यूपी के पशुधन मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने भी अपनी गाड़ी से लालबत्ती हटा लिया है.

सीपीएस सीमा त्रिखा अपनी गाड़ी से लालबत्ती उतारती हुई

सरकार ने कहा ‘लोकतांत्रिक देश में लाल बत्ती का कोई स्थान नहीं है:
सरकार ने कहा है कि वीआईपी संस्कृति का प्रतीक बन चुकी लाल बत्ती का ‘लोकतांत्रिक देश में कोई स्थान नहीं है.’ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कहा, ‘‘एक मई के बाद कोई भी अपने वाहन के उपर लाल बत्ती नहीं लगा सकेगा. देश में आपात परिस्थितियों में इस्तेमाल होने वाले वाहनों में नीली बत्तियां लगाई जा सकेंगी. केन्द्र और राज्य सरकारों को इस तरह की विशेष अनुमति देने का कोई अधिकार नहीं होगा.’ उन्होंने कहा कि वाहन के उपर लाल बत्ती लगाने का मुद्दा काफी समय से चर्चा में रहा है. कुछ लोगों को सड़क पर विशेष अधिकार क्यों होने चाहिये इस पर बहस होती रही है.

विपक्ष ने किया फैसले का स्वागत:
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री सहित विभिन्न महत्वपूर्ण व्यक्तियों के वाहनों के उपर लाल बत्ती के प्रयोग पर रोक लगाने के सरकार के फैसले का आज स्वागत किया किन्तु इस मुद्दे को लेकर नैतिकता की दुहाई देने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के प्रयासों को हास्यास्पद बताया. कांग्रेस ने कहा कि यह देश में वीआईपी संस्कृति को समाप्त करने की दिशा में एक कदम है. कांग्रेस ने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भगवा दल को कांग्रेस की प्रगतिशील नीतियों को अपनाते हुए देखना अच्छा लगता है.

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