Faridabad: हरियाणा की सूचना, जनसम्पर्क, भाषा, कला और सांस्कृतिक मामले मंत्री कविता जैन ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा प्रणाली को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और वाईएमसीए जैसे प्रमुख शिक्षण संस्थानों को सशक्त बनाने के लिए कार्य कर रही है ताकि ऐसे शिक्षण संस्थान समाज को बेहतर योगदान दे सके.
श्रीमती जैन आज फरीदाबाद के वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा ‘गणित और कम्प्यूटिंग में प्रगति’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित कर रही थी. समारोह की अध्यक्षता कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की. आईआईटी नई दिल्ली से प्रो. आरके शर्मा समारोह के विशिष्ट अतिथि थे.

हरियाणा स्वर्ण जयंती वर्षोत्सव उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय के मानविकी एवं विज्ञान विभाग तथा कम्प्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में लगभग 150 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया तथा 100 से ज्यादा शोध पत्र प्रस्तुत किये गये. संकायाध्यक्ष डॉ. संदीप ग्रोवर, डॉ सीके नागपाल, प्रो. राज कुमार तथा कम्प्यूटर इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष डॉ. कोमल कुमार भाटिया भी उपस्थित थे.
21वीं सदी में गणित एवं कम्प्यूटर विज्ञान को महत्वपूर्ण बताते हुए कविता जैन ने कहा कि गणित, कम्प्यूटर व विज्ञान की बिना ‘डिजिटल इंडिया’, ‘स्किल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी योजनाओं की परिकल्पना नहीं की जा सकती.
कुलपति दिनेश कुमार द्वारा वाईएमसीए विश्वविद्यालय में बरसात के दौरान होने वाले जलभराव की समस्या के समाधान के आग्रह पर श्रीमती जैन जोकि राज्य सरकार में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री भी है, ने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय को आ रही दिक्कतों का समाधान किया जायेगा.
इससे पहले सुबह के सत्र में एमडीयू, रोहतक से प्रो. नसीब सिंह गिल तथा जेआईआईटी, नोएडा से प्रो. भूदेव शर्मा मुख्य वक्ता रहे. प्रो. शर्मा ने आधुनिक भारत की नवीनतम कम्प्यूटिंग तकनीक पर अपना व्याख्यान दिया तथा इस क्षेत्र में इंटरनेट आफ थिंग्स, मोबाइल क्लाउड्स, डाटा मैनेजमेंट और साइबर सिक्योरिटी जैसे विषयों पर अनुसंधान पर बल दिया. प्रो. भूदेव शर्मा ने गणितीय मॉडलिंग तथा कम्प्यूटर सिमुलेशन पर व्याख्यान दिया.
विभिन्न तकनीकी सत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वेब आधारित कम्प्यूटिंग, गणितीय मॉडलिंग, मशीन लर्निंग, एप्लाइड मैथमेटिक्स व कम्प्यूटिंग, मैथमेटिक्स व इंजीनियरिंग एप्लीकेशन्स, क्लाउड कम्प्यूटिंग, वायरलैस नेटवर्क तथा सिक्योरिटी इंजीनियरिंग जैसे विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किये गये.
सम्मेलन के अध्यक्ष प्रो. राज कुमार ने सम्मेलन की कार्रवाई रिपोर्ट रखी तथा अंत में सम्मेलन के सह अध्यक्ष डॉ. कोमल कुमार भाटिया ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा. समारोह का संचालन डॉ. नीतू गुप्ता, डॉ. पारूल, डॉ. सपना गंभीर तथा डॉ. नीलम दूहन ने किया.