उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में वैसे तो कई हाईप्रोफईल सीटें हैं पर एक सीट ऐसी भी है जिसपर अभी से ही सबकी निगाहे लगी हुई है. ये सीट है लखनऊ कैंट सीट .
जी हाँ हम बात कर रहे हैं लखनऊ कैंट सीट की इस सीट पर मुकाबला काफी दिल्चस्प होने वाला है एक तरफ जहा कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई दिग्गज नेता रीता बहुगुणा जोशी हैं तो वहीं दूसरी तरफ समाजवादी परिवार की बहु अपर्णा यादव सपा से मैदान में हैं .
बात अगर लखनऊ कैंट सीट की करें तो यह सीट परंपरागत तौर पर भाजपा की ही मानी जाती रही है 1989 से 2012 तक लगातार यह सीट भाजपा के ही खाते में रही 2012 में इसी सीट पर कांग्रेस से रीता जोशी विजयी हुई थी अब वही भाजपा से मैदान में है.
सपा ने अपर्णा को आठ माह पहले ही यहाँ से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था पर सपा की आतंरिक कलह के कारण यह साफ नहीं था की अपर्णा यहाँ से चुनाव लड़ेंगी या नहीं पर अब अखिलेश द्वारा भी उन्हें ही उम्मीदवार घोषित किया है .
आठ माह पहले उम्मीदवार घोषित होने के बाद से ही अपर्णा इन इलाके में सक्रिय हो गई थी और वहां लगातार लोगों के संपर्क में थी. मुलायम और शिवपाल का समर्थन उन्हें पहले से ही प्राप्त था अब अखिलेश का समर्थन मिलने के बाद अपर्णा अपनी जीत को लेकर आशवस्त हैं .
वही दूसरी तरफ रीता बहुगुणा जोशी को लगता है की पिछली बार की तरह इस बारभी वह यहाँ से रिकोर्ड मतों से चुनाव जीतेंगी आपको बताते चले की रीता बहुगुणा जोशी ने यहाँ से करीब बाईस हजार मतों से चुनाव जीती थीं. कुल मिलकर यहाँ मुकाबला बहुत ही दिलचस्प होने वाला है एक तरफ राजनीति में अनुभवी रीता हैं वही देश के सबसे बड़े राजनैतिक घराने की युवा बहू अपर्णा यादव . लखनऊ कैंट की जनता किसमें भरोसा जताती है यह तो चुनाव बाद ही पता लग सकेगा