AJAY KUMAR
Lucknow:कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का गठबंधन सपा के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को रास नहीं आ रहा है ।
मुलायम सिंह शुरू से ही इस गठबंधन के खिलाफ थे और अकेले दम पर ही चुनाव लड़ना चाह रहे थे ।
गठबंधन होने के बाद मुलायम सिंह की नाराजगी इस कदर बढ़ गई कि उन्होंने चुनाव में समाजवादी पार्टी का प्रचार न करने का ऐलान तक कर दिया था ।
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि गठबंधन में कांग्रेस को दी हुई सभी सीटों पर मुलायम सिंह अलग से अपने सपोर्टर्स को उतार सकते हैं ।
मुलायम का मानना है कि समाजवादी पार्टी के जो नेता इन 105 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए मेहनत कर रहे थे वो अब पांच सालों तक क्या करेंगे ।
मुलायम सिंह ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा था कि मैं पार्टी को खत्म नहीं होने दुंगा कुछ लोग अखिलेश को गुमराह कर रहे हैं और वो समझ नहीं पा रहा है ।
मुलायम ने आगे कहा था कि मैंने कांग्रेस के खिलाफ पार्टी खड़ा करने में पूरा जीवन बिता दिया है और फिर अब उससे गठबंधन करना ठीक नहीं है मैं इस गठबंधन के लिए प्रचार नहीं करूँगा ।
क्या होगा असर :
अगर मुलायम सिंह ऐसा करते हैं तो फिर समाजवादी परिवार में कलह शुरू हो सकती है ।
चुनाव में समाजवादी पार्टी का नुकसान हो सकता है, समाजवादी पार्टी का परंपरागत वोटर भ्रमित हो सकता है और वोट बिखर सकते हैं ।
अगर ऐसा होता है तो सपा+कांग्रेस गठबंधन को बड़ा नुकसान हो सकता है ।