अजय कुमार
GORAKHPUR: मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के शहर गोरखपुर के बेलघाट क्षेत्र में घाघरा नदी में जलस्तर बढ़ने से कटान तेज हो गई है. नदी से लगे हुए गावों के ग्रामीण, नदी की तेज कटान को देखते हुए भविष्य में गावों के अस्तित्व को लेकर दहशत में हैं. अगर समय रहते प्रशासन नहीं जगा तो आने वाले समय में स्थिति काफी भयावह हो सकती है. ग्रामीण अभी से ही अधिकारियों के यहाँ गुहार लगा रहे हैं कि घाघरा नदी पर बने तटबन्ध पर बोल्डर गिराकर उसे सुरक्षित कर दिया जाये. इसी नदी की कटान ने तीन साल पहले जिले से लगे हुए संतकबीरनगर के हैसर ब्लाक के गावों में भीषण तबाही मचाई थी जिससे बहुत से घरों का नाम निशान तक ही मिट गया था.

सैकड़ो एकड़ उपजाऊ भूमि नदी में विलीन होने से जीवन यापन पर संकट:
नदी में हो रही तेज कटान से अबतक किसानों की सैकड़ो एकड़ उपजाऊं भूमि नदी में विलीन हो चुकी है. बेलघाट क्षेत्र के तमाम किसानों के खेत सेमरी दियारा में है जहां नदी कटान कर रही है. बेलघाट के कटयां, सेमरी, समहुतापुर, बेईली, जितवारपुर, बभनौली, ढबियाँ के बहुत से किसानों के खेत नदी में विलीन हो चुके हैं. ग्रामीण आबादी ज्यादातर खेती-किसानी कर ही अपना जीवन यापन करती है, जिससे अब किसानों के जीवन यापन पर भी संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है. खेती करके अपना पेट पालने वाले बहुत से किसान आजीविका की खोज में यहाँ से पलायन कर शहरों की तरफ चले गएँ हैं.
शासन को पत्र लिखने की बात कहकर शांत हो गए विधायक:
नदी की कटान की बात जब क्षेत्रीय विधायक संत प्रसाद तक पहुंची तो उन्होंने कटान का निरीक्षण तो किया लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया. विधायक ने ग्रामीणों से कहा कि इस बारे में शासन को पत्र लिखेंगे. ग्रामीणों ने jiopost.com से बातचीत में कहा कि विधायक शासन को पत्र लिखने की बात कहकर चले गये और तबसे कोई हाल नहीं लिया.
क्या कहतें हैं क्षेत्र के लोग:
समाजसेवी दिनेश शुक्ल कहतें हैं “अगर अबकी बार बाढ़ आई और कटान को रोकने का इंतजाम नहीं किया गया तो कई गाव तबाह हो जायेंगे, खेती तो ख़त्म ही हो जाएगी जिसका खामियाजा बेलघाट क्षेत्र को भुगतना पड़ेगा. अगर प्रशासन जगे और कटान को गंभीरता से ले, कटान को रोकने के लिए तटबंध पर बोल्डर गिरा दिया जाये तो कटान रुक सकती है.” तटबंध से लगे हुए गावों को कटान से बचाने के लिए काफी समय से प्रयासरत दिनेश शुक्ल ने मुख्यमंत्री को ट्वीट भी किया है.

दो साल पहले संतकबीरनगर में इसी नदी की कटान ने मचाई थी भीषण तबाही:
अधिकारियों की लापरवाही से ही घाघरा नदी की कटान ने दो साल पहले संतकबीर नगर में हैंसर ब्लाक के जगदीशपुर और भिखारीपुर सहित कई गावों में भीषण तबाही मचाई थी. इस कटान में कई गावों का नाम निशान ही मिट गया था.