Lucknow: समाजवादी पार्टी के अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव भाटिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और संरक्षक मुलायम सिंह यादव को अपना इस्तीफा भेज दिया है.गौरव भाटिया लगभग पंद्रह सालसे सपा में सक्रिय थे. सुप्रीम कोर्ट एसोसिएशन में वह दूसरी बार जनरल सेक्रेटरी चुने गए थे.
गौरव भाटिया समाजवादी अधिवक्ता सभा के अलावा पार्टी के पक्ष को न्यूज़ चैनलों पर बखुबी से रखते थे. गौरव भातीय का आरोप था कि पार्टी धर्मनिरपेक्षता,लोकतंत्र और समाजवाद के अपने सिद्धांतों से समझौता कर रही है इस लिए पार्टी में बने रह पाना उनके लिए संभव नहीं है.
कौन है गौरव भाटिया:
गौरव भाटिया सुप्रीम कोर्ट में सरकार के अपर महाधिवक्ता रह चुके हैं. मुज्जफरनगर दंगों में सीबीआई जांच के लिए दाखिल याचिका और कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार का प्रभावी पक्ष रखा था. कोर्ट ने इसके बाद दंगे की सीबीआई जांच करने से इंकार कर दिया था. फरवरी 2011 में उन्होंने अधिवक्ताओं के मुद्दे पर बसपा सरकार के खिलाफ प्रदेश स्तरीय आन्दोलन किया था उसके बाद प्रदेश सरकार को अधिवक्ता कल्याण निधि में चालीस करोंड़ रुपये देने पड़े थे.उनके पिता वीरेन्द्र भाटिया भी अधिवक्ताओं के लिए संघर्ष करते रहें हैं.
इस्तीफा देने से पहले गौरव भाटिया ने अलीगंज स्थित आवास पर प्रदेश भर से आये अधिवक्ताओं और प्रबुद्ध वर्ग के लोगों के साथ मीटिंग की और फिर आहत मन से इस्तीफा देने का फैसला लिया.भाटिया के साथ ही कुछ अन्य पदाधिकारियों ने भी सामूहिक रूप से सपा को छोड़ने का फैसला लिया. गौरव भाटिया ने फ़िलहाल किसी अन्य दल में जाने से इंकार है.