Faridabad: फरीदाबाद नगर निगम चुनाव में सुमन बाला मेयर, देवेन्द्र चौधरी सीनियर डिप्टी मेयर और मनमोहन गर्ग को डिप्टी मेयर चुना गया. चुनाव के बाद कुछ पार्षद नेताओं के समर्थक भड़क गयें हैं उनका आरोप है कि केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, हरियाणा सरकार के मंत्री विपुल गोयल और मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा पर अपने चहेते लोगों को कुर्सी पर बैठने का आरोप लगाया है. समर्थकों का आरोप है की इन नेताओं ने वरिष्ठता के पैमाने को ताख पर रख कर अपने लोगों को रेवड़ीयों की तरह पद बांटें हैं. एक मजबूत दावेदार धनेश अदलखा को पार्टी ने डिप्टी मेयर पद के लिए पहले कहा हुआ था लेकिन उनकी जगह किसी और को डिप्टी मेयर का पद दे दिया गया.
धनेश अदलखा के समर्थक गुलशन सुखीजा ने इस मामले पर जमकर भड़ास निकलते हुए jiopost.com से कहा कि आज नगर निगम चुनाव में बंदरबांट का खेल हुआ राजनीती के ताजुर्बेकारों को पद न देकर कल के पैदा हुए बच्चों के हाथ में फरीदाबाद की डोर थमा दी गई. इससे साफ जाहिर होता है कि राजनीती में एक आदमी के साठ रंजिश रखने वाले बहुत से छुपे रुस्तम बैठे हुए हैं. मंत्रियों और मुख्य संसदीय सचिव के अपने लोगों को पद दे देने पर गुलशन सुखीजा कहते हैं कि जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहानी को इन नेताओं ने चरितार्थ कर दिया है. इसके अलावा भी कई नेताओं के समर्थक जो यह उम्मीद लगा कर बैठे हुए थे कि उनके नेता को ही मेयर या डिप्टी मेयर बनाया जायेगा वो निराश हो गए हैं.
कैसे चुने गये मेयर
सोमवार को नगर निगम सभागार में निर्वाचित पार्षदों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम तय किया गया था. लेकिन शपथ ग्रहण से पहले गोपनीय तरीके से सेक्टर 21 सी के एक होटल में मीटिंग के लिए पार्षदों को बुलाया गया था. होटल में अलग से कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़, केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णा पाल गुर्जर, उद्योग मंत्री विपुल गोयल, मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा और विधायक मूलचंद शर्मा आदि ने मिलकर गोपनीय मीटिंग कर अपने-अपने चहेतों को मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुन लिए. जब वहा जुटे पार्षदों को इस बात का एहसास हुआ तो पार्षदों ने जमकर भड़ास निकली. नगर निगम सभागार में मंडलायुक्त डी. सुरेश ने सभी पार्षदों को पद और निष्ठा की शपथ दिलाई.