चक्रवात अम्फान से निपटने के लिए तैयार हैं एनडीआरएफ की टीमें, पश्चिम बंगाल में 19 और ओडिशा में 15 टीमों की तैनाती

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि सुपर साइक्लोन अम्फान का 20 मई की दोपहर या शाम तक पश्चिम बंगाल तट पर असर पड़ने की उम्मीद है. 155-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 185 किमी प्रति घंटे तक चलने वाली बहुत तेज हवा चलने के आसार हैं, साथ ही राज्य के तटीय जिलों में भारी बारिश और 4-5 मीटर की तेज हवाएं चल सकती हैं.

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NDRF, PHOTO :TWITTER

नई दिल्ली: चक्रवात अम्फान से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 19 टीमों को तैनात किया गया है. चक्रवाती तूफान तटीय क्षेत्र के एक बड़े हिस्से से बुधवार शाम भारी बारिश के साथ टकरा सकता है. पश्चिम बंगाल के अलावा गुरुवार तक ओडिशा, सिक्किम और मेघालय के लिए भी चेतावनी जारी की गई है.

एनडीआरएफ के चीफ एस.एन. प्रधान ने मंगलवार को बताया कि ओडिशा में NDRF की 15 टीमें तैनात हैं, वे जागरूकता ड्राइव, संचार ड्राइव और निकासी का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में 19 टीमें तैनात हैं, 2 टीमें वहां स्टैंडबाय में रखी गई हैं. उन्होंने कहा कि हमें अभी दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.

NDRF चीफ ने बताया कि एनडीआरएफ नें 6 NDRF बटालियन का बैकअप रखा है. 11, 9, 1, 10, 4, 5 इसके लिए रखी गई हैं. बटालियन11 वाराणसी में, बटालियन 9 पटना में, बटालियन 1 गुवाहाटी में, 10 बटालियन विजयवाड़ा में, बटालियन 4 अरक्कोणम में और बटालियन 5 पुणे में. उन्हें जरूरत पड़ने पर जल्द से जल्द लाया जा सकता है.

आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि यह सबसे तीव्र चक्रवात है. उन्होंने कहा, “1999 के बाद बंगाल की खाड़ी में यह दूसरा सुपर साइक्लोन है. अभी समुद्र में इसकी हवा की गति 200-240 किमी प्रति घंटे है. यह उत्तर पश्चिमोत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है.”
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि सुपर साइक्लोन अम्फान का 20 मई की दोपहर या शाम तक पश्चिम बंगाल तट पर असर पड़ने की उम्मीद है. 155-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 185 किमी प्रति घंटे तक चलने वाली बहुत तेज हवा चलने के आसार हैं, साथ ही राज्य के तटीय जिलों में भारी बारिश और 4-5 मीटर की तेज हवाएं चल सकती हैं.

पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता के जिलों पर प्रभाव पड़ने की उम्मीद है. इस चक्रवात की संभावित क्षति चक्रवात ‘बुलबुल’ की तुलना में अधिक होने की उम्मीद है, जो 9 नवंबर 2019 को पश्चिम बंगाल तट से टकरा गई थी. चक्रवात ओडिशा के तटीय जिलों जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर में भारी वर्षा, तेज हवाओं और तूफान को भी लाएगा.

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