AJAY KUMAR
NEW DELHI: भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन भाजपाई हो गए हैं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के सामने उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली. भोजपुरी फिल्मों के ही एक और सुपरस्टार और गायक मनोज तिवारी पहले से ही भाजपा में हैं. मनोज दिल्ली से सांसद होने के साथ ही भाजपा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष भी हैं. रवि किशन और मनोज तिवारी हालाँकि उत्तर प्रदेश में अबतक सफल नहीं रहें हैं. रविकिशन ने कांग्रेस के टिकट पर जौनपुर से 2014 का लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का मुह देखना पड़ा था. यही हाल मनोज तिवारी का भी रहा 2009 के लोकसभा चुनाव में मनोज तिवारी समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से चुनाव मैदान में थें लेकिन वहां उन्हें तीसरे स्थान पर ही संतोष करना पड़ा था.
भाजपा का क्या है मकसद:
अब पूर्वांचल सहित जिन क्षेत्रों में चुनाव होने वाले है वहां भोजपुरी भाषी लोग रहते हैं. रवि किशन और मनोज तिवारी की फिल्मों के दर्शकों की संख्या इन क्षेत्रों में ज्यादा है दरअसल भाजपा को लगता है कि अगर मनोज तिवारी और रवि किशन के स्टारडम को यहाँ इस्तेमाल किया जाये तो इन क्षेत्रों में समीकरण बदल सकते हैं और प्रदर्शन बेहतर हो सकता है. लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने इसी फार्मूले के तहत दिल्ली में रहने वाले भोजपुरी भाषी लोगों को जोड़ने के लिए मनोज तिवारी को चुनाव लड़ाया था. मनोज तिवारी चुनाव जीतनें में सफल भी रहे थे.
राजनैतिक मामलों के जानकारों का मानना है कि मनोज तिवारी और रवि किशन अपनें स्टारडम के दम पर भीड़ तो जरुर जुटा सकतें हैं पर भीड़ को वोटों में कन्वर्ट नहीं कर सकतें है क्योकि यहाँ के लोग इन दोनों को ही अभिनेता के रूप में ही ज्यादा पसंद करते हैं.
भोजपुरी के ये दोनों सुपरस्टार भले ही यूपी में सफल नहीं रहें है पर सूत्रों के हवाले से पता लगा है कि भाजपा के ज्यादातर प्रत्याशी मनोज और रविकिशन की सभा अपने क्षेत्रों करवानें की पार्टी से मांग कर रहें हैं. मनोज और रवि भाजपा के लिए कितना जलवा दिखा पातें हैं ये तो चुनाव के बाद ही पता लग पायेगा.