लखनऊ: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लॉक डाउन चल रहा है. लाक डाउन में फैक्ट्रियों, कंस्ट्रक्शन साइटों और अन्य काम धंधों के बंद हो जाने के कारण मजदूरों और गरीबों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में रहने वाले मजदूर पैदल ही अपने घरों की लिए निकल पड़े हैं.
कई समाजसेवी संस्थाएं और लोग इन प्रवासी मजदूरों को मदद पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं.
कुछ ऐसा ही काम गोरखपुर जिले के बेलघाट के रहने वाले बबलू यादव कर रहे हैं. बबलू यादव लगातार 10 दिनों से फैजाबाद से लखनऊ और कानपुर तक हाईवे पर खड़े रहकर प्रवासी मजदूरों और गरीबों को खाने के पैकेट और पानी की बोतल वितरित कर रहे हैं. इसे उन्होंने अपनी दैनिक आदत के रूप में अपना लिया है.

खाना, राशन और पानी वितरित करने के अलावा बबलू यादव आर्थिक रूप से भी गरीबों और प्रवासी मजदूरों की मदद कर रहे हैं.
बबलू यादव बेलघाट क्षेत्र में चर्चित यह चेहरा हैं, उनकी पत्नी उमा यादव गोरखपुर के बेलघाट क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य रही हैं. राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों में सक्रियता के नाते क्षेत्र में उनकी अपनी एक अलग पहचान है.
विभिन्न शहरों में फंसे हुए प्रवासी मजदूर और आम नागरिक जब उन्हें फोन कर मदद माग रहे हैं, तो बबलू यादव अधिकारियों और राजनीतिक लोगों से संपर्क स्थापित प्रवासियों की मदद का प्रयत्न कर रहे हैं. बबलू यादव कहते हैं कि गरीबों की सेवा करने की प्रेरणा उन्हें उनकी मां और बड़े भाई बीरेंद्र यादव से मिलती है.

आपको यहां बता दें कि, लॉक डाउन में सब कुछ ठप हो जाने के कारण दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र जैसे प्रदेशों में रहने वाले मजदूरों के सामने जीवनयापन का संकट पैदा हो गया है. अधिकतर मजदूरों के पास न राशन है न पैसे हैं. सरकारी इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं.
ऐसे में समाजसेवी संस्थाएं और बबलू यादव जैसे लोग गरीबों और प्रवासी मजदूरों की मदद कर सराहनीय काम कर रहे हैं. जियोपोस्ट उन्हें सलाम करता है.