LUCKNOW: उत्तर प्रदेश के चुनाव में लगभग 30-35 भाभियाँ चुनाव मैदान में हैं. सभी दलों नें इस बार भाभियों पर भरोशा जताते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतार दिया है. भाजपा, सपा, कांग्रेस, अपना दल जैसी कई पार्टियों नें इन्हें विधायक बनने का मौका दिया है. कुछ ऐसी भी हैं जो निर्दल ही मैदान में हैं. इनमे से कुछ अपने परिवार की राजनैतिक विरासत को आगे बढा रही हैं तो कुछ अपने पति की सीट से चुनाव लड़ रही हैं आपराधिक छवि, पार्टी से निकाले जाने या अन्य वजहों से चुनाव में भाग न ले पाने वाले कई नेताओं ने खुद की जगह पत्नियों को चुनावी मैदान में उतर दिया है.
अपर्णा यादव- लखनऊ कैंट सीट से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार अपर्णा यादव सबसे चर्चित युवा चेहरा हैं वो भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. अपर्णा मुलायम सिंह यादव की बहू हैं.
स्वाति सिंह – स्वाति सिंह भी यूपी चुनाव के चर्चित चेहरों में से एक है बीजेपी के पूर्व उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की पत्नी हैं जिन्हें पार्टी ने मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के कारण बाहर कर दिया था. स्वाति सिंह तब चर्चा में आई थी बेटी के बारे में आपत्तिजनक बोलने वाले बसपा के नसीमुद्दीन सिद्दकी और अन्य नेताओं के खिलाफ अकेले ही मोर्चा खोल दिया था.
सीमा सिंह – माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह जौनपुर की मडियाहूँ सीट से मैदान में हैं. कृष्णा पटेल के अगुवाई वाले अपना दल ने सीमा को टिकट दिया है. माफिया की पत्नी होने के साथ साथ सीमा इस क्षेत्र में कई साल से सक्रिय हैं.
रानी पक्षालिका सिंह – आगरा की बाह विधानसभा सीट से अपने पति अरिदमन सिंह की जगह चुनाव मैदान में हैं. पक्षालिका बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं.
माधुरी वर्मा- पूर्व एमएलए दिलीप वर्मा ने अपनी पत्नी की एंट्री तब राजनीति में करी जब वो जेल में थे. बहराइच की ननपुर विधानसभा सीट से माधुरी बीजेपी की प्रत्याशी हैं.
परमिलाधर त्रिपाठी- पूर्व मंत्री राकेश धर त्रिपाठी की पत्नी परमिलाधर त्रिपाठी अपना दल के टिकट पर भदोही की हंडिया सीट से चुनाव लड़ रही हैं. राकेशधर आय से अधिक समपत्ति के मामले में जेल में थे. बीएसपी के टिकट पर 2014 का लोकसभा चुनाव राकेश ने लड़ा था लेकिन हार गए थे.
जय देवी- बीजेपी सांसद कौशल किशोर की पत्नी लखनऊ की महिलाबाद की सीट से चुनाव मैदान में हैं. सांसद ने अपनी पत्नी को टिकट दिलाया है.
पूजा पाल- इलाहबाद पश्चिमी सीट से विधायक पूजा पाल बसपा के टिकट पर फिर से चुनाव मैदान में हैं उनके पति की राजू पाल की हत्या राजनैतिक प्रतिद्वंदता के कारण कर दी गई थी.
अलका राय – बीजेपी नेता कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय गाजीपुर की मुहम्मदाबाद सीट से चुनाव मैदान में हैं. कृष्णानंद राय की 2005 में हत्या हो गई थी राय यहां के कद्दावर नेता थे.
नीलम करवरिया- इलाहाबाद की मजा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. उनके पति उदयभान करवरिया पर आपराधिक केस दर्ज होने की वजह से वो चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हो गए थे.
संजू देवी- संजू देवी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं, हिन्दू युवा वाहिनी के नेता रामबाबू गुप्ता की पत्नी है.रामबाबू गुप्ता की 2013 के सांप्रदायिक हिंसा में हत्या हो गई थी. संजू अम्बेडकर नगर की टांडा सीट से मैदान में हैं.