चक्रवाती तूफ़ान ‘अम्फान’ मचा सकता है तबाही, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मछुआरों को अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी, 17 से 18 मई के दौरान मध्य बंगाल की खाड़ी एवं 18 से 20 मई के दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने का सुझाव दिया गया है. इसके अतिरिक्त, मछुआरों को 18 से 20 मई के दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी एवं उत्तरी ओडिशा, पश्चिम बंगाल एवं समीवर्ती बांग्ला देश के तटों पर न जाने का सुझाव दिया गया है.

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प्रतीकात्मक फोटो , पिक्साबे

नई दिल्ली: चक्रवाती तूफ़ान अम्फान की तीव्रता को देखते हुए ओडिशा के 12 तटीय जिलों को हाई-अलर्ट पर रखा गया है. इसे देखते हुए एनडीआरएफ की 17 टीमें तैयार कर दी गयी हैं. पश्चिम बंगाल में 7 और ओडिशा में 10 टीमें लगाई गयी हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि बंगाल की दक्षिण खाड़ी के मध्य भागों से उठा बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ अगले 6 घंटों में अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा.  मौसम विभाग के मुताबिक इस समय यह तूफान ओडिशा के पारादीप से करीब 870 km दूर है. उधर बंगाल को भी इसके चलते अलर्ट कर दिया गया है.

इससे पहले मौसम विभाग ने कहा था कि यह लगातार बढ़ता रहेगा और अगले 24 घंटों में अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान बन सकता है, जिसे एक्सट्रीमली सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म भी कहा जाता है, लेकिन मौसम विभाग के ताजा अनुमान में कहा गया है कि अब यह अगले 6 घंटों में एक्सट्रीमली सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म में बदल सकता है.

मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी:

(1) वर्षा (अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह): अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के ऊपर अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान है.
वर्षा (ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदान):
18 मई की शाम से छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा के साथ तटीय ओडिशा में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान है. 19 मई को अधिकांश स्थानों पर भारी तथा कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होगी, जबकि 20 मई 2020 को उत्तर तटीय ओडिशा के ऊपर कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होगी. पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदान वाले तटीय जिलों में 19 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने तथा कुछ स्थानों पर भारी वर्षा का अनुमान है. 20 मई को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों के ऊपर कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी एवं छिटपुट स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने का अनुमान है.
(2) हवा की चेतावनी: 18 मई की शाम से दक्षिण ओडिशा के तट के साथ एवं नजदीकी स्थानों पर हवा 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति जो बढ़कर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, चलने का अनुमान है, जो 19 मई की सुबह से उत्तर ओडिशा के तट के साथ एवं नजदीकी स्थानों पर तथा 19 मई की दोपहर से पश्चिम बंगाल के तट के साथ एवं नजदीकी स्थानों पर विस्तारित हो सकती है. हवा की गति धीरे-धीरे बढ़कर अंधड़ बन जाएगी जिसकी गति 20 मई की सुबह से उत्तर ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल के तट के साथ एवं नजदीकी स्थानों पर 75 से 85 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 95 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इसके बाद हवा की गति धीरे-धीरे और बढ़ेगी और 20 मई की दोपहर से पश्चिम बंगाल के तट के साथ एवं नजदीकी स्थानों पर 100-120 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 135 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी.

• अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती हवाओं के 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति जो बढ़कर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, चलने का अनुमान है.

• बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व एवं समीपवर्ती दक्षिण पश्चिम में 80 से 90 किमी प्रति घंटे जो बढ़कर 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, वाली हवा की गति व्याप्त हो रही है. इसके 18 मई की सुबह तक मध्य बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भागों के ऊपर 125 से 135 किमी प्रति घंटे की गति जो बढ़कर 150 किमी प्रति घंटे तक, 19 मई को मध्य के उत्तरी भागों तथा समीपवर्ती उत्तर बंगाल की खाड़ी के भागों के ऊपर 160 से 170 किमी प्रति घंटे की गति जो बढ़कर 190 किमी प्रति घंटे तक, एवं 20 मई के दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर 155 से 165 किमी प्रति घंटे की गति जो बढ़कर 180 किमी प्रति घंटे तक, पहुंच सकती है, चलने का अनुमान है.

(3) समुद्र की स्थिति: समुद्र की स्थिति अगले 24 घटों के दौरान दक्षिण पश्चिम एवं बंगाल की खाड़ी के समीपवर्ती मध्य में बहुत उग्र रहेगी. आज रात से बंगाल की खाड़ी के मध्य के दक्षिणी भागों, 19 मई को बंगाल की खाड़ी के मध्य के उत्तरी भागों एवं समपीवर्ती उत्तर तथा 20 मई को बंगाल की खाड़ी के उत्तर में यह असाधारण बन जाएगी.

(4) मछुआरों को चेतावनी: मछुआरों को अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी, 17 से 18 मई के दौरान मध्य बंगाल की खाड़ी एवं 18 से 20 मई के दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने का सुझाव दिया गया है.
इसके अतिरिक्त, मछुआरों को 18 से 20 मई के दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी एवं उत्तरी ओडिशा, पश्चिम बंगाल एवं समीवर्ती बांग्ला देश के तटों पर न जाने का सुझाव दिया गया है. तंत्र निरंतर निगरानी के तहत है और संबंधित राज्य सरकारों को नियमित रूप से सूचित किया जा रहा है.

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