By Jiopost.com
सूरजकुंड फरीदाबाद: अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में चौथे दिन वीकेंड का असर देखने को मिला. शनिवार की छुट्टी होने से मेले में काफी भीड़ रही. मेले में अन्य दिनों के मुकाबले दोगुना लोग पहुंचे। सुबह से ही दर्शकों का मेले में पहुंचना शुरू हो गया था।
चौपाल के मंच पर शनिवार को कलाकारों की परफॉर्मेंस से कई कलाओं के रंग झलके किसी ने संगीत से समां बांधा, किसी ने परंपरागत नृत्य पेश कर दर्शकों का दिल जीता, तो किसी ने परंपरागत वाद्ययंत्रों के साथ कमाल दिखाया।
किर्गिस्तान से आए युवा कलाकारों ने धुनों का जादू दिखाया। कमोज ग्रुप ने वायलीन की धुन पर माश्तबतोई परफॉर्मेंस पर लोगों की तालियां बटोरी। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के कंजानिया से आए कलाकारों ने परंपरागत वाद्ययंत्रों संग एरोबिक्स डांस का जलवा दिखाया। एक के बाद एक शानदान स्टंट देखकर दर्शक खुश हुए। ड्रम्स एंड म्यूजिक नामक ग्रुप में दस साल से लेकर 40 साल तक के कलाकारों ने शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद मिस्र के कलाकारों ने शमिदान सिरपर रखकर शानदार नृत्य पेश किया। मनमोहक प्रस्तुति देख दर्शक खूब गदगद हुए।
नाचूं मैं आज छम छम छम…बॉलीवुड के इस गीत पर किर्गिस्तान की कलाकारों ने खूबसूरत परफॉर्मेंस दी। गाने के बोल पर लटके-झटके दिखाकर ना सिर्फ विदेशी कलाकारों ने सभी का दिल जीत लिया, बल्कि सभी को झूमने पर मजबूर किया। कलाकारों ने बताया कि किर्गिस्तान के रिपब्लिक डे पर हुए कार्यक्रम में भी उन्होंने भारतीय प्रस्तुति देकर विदेशी मेहमानों की वाहवाही पाई थी। उन्होंने बताया कि किर्गिस्तान में होने वाले बॉलीवुड कंसर्ट के चलते कलाकार कई भारतीय गीतों को जानते हैं।
शाम को चौपाल पर शास्त्रीय संगीत के सुरों का जादू चला। अमान और अयान अमजद अली खान ने भारतीय शास्त्रीय सरोद प्रस्तुति देकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर किया। गौरतलब है कि दोनों भाई प्रसिद्ध सरोदवादक अमजद अली खान के बेटे हैं। वर्ष 1999 से 2001 तक रियलिटी शो सारेगामापा को होस्ट करके संगीत के क्षेत्र में युवा कलाकारों को मांझ चुके हैं। चौपाल पर उनकी प्रस्तुति देखने के लिए श्रोताओं की भीड़ जुटी रही।