Faridabad: युवा आगाज छात्र संगठन के दर्जनों छात्रों ने फरीदाबाद नगर निगम में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग को लेकर विरोध जुलूस निकाला. अनशन पर बैठे बाबा रामकेवल की बिगड़ती तबीयत के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया.

युवा आगाज छात्र संगठन के दर्जनों छात्रों ने नगर निगम व हरियाणा सरकार के खिलाफ नीलम चौक से नगर निगम तक विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान हरियाणा सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए पूरे मंत्री मंडल का पुतला फूंका, जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, कविता जैन, कैप्टन अभिमन्यु, फरीदाबाद के केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, बडखल विधायिका सीमा त्रिखा, बल्लभगढ़ विधायक मूलचंद शर्मा और निगमायुक्त सोनल गोयल के पुतले जलाये.

छात्रों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द एसआईटी गठन कर भ्रष्टाचार की जांच नहीं करवाई गई तो छात्र सड़को पर उग्र प्रदर्शन करेंगे. आमरण अनशन कर रहे बाबा रामकेवल के स्वास्थ्य में हो रही गिरावट से गुस्साये छात्रों ने नीलम चौक से नगर निगम तक हरियाणा सरकार की शव यात्रा निकाली और पूरे मंत्री मंडल का पुतला फूंका.

छात्र नेता जसवंत पंवार ने कहा कि ऐसी असंवेदनशील सरकार हरियाणा में पहली बार देखी है जो भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर सत्ता में आई और आज भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का काम कर रही है.

फरीदाबाद के मंत्री व विधायक सत्ता के नशे में चूर होकर सोये हुए हैं, और एसआईटी से जांच नहीं करवा रहे हैं, छात्रों की चेतावनी है कि अगर जल्द से जल्द से सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई तो अंजाम बहुत बुरा होगा. छात्रों ने फरीदाबाद के सभी कालेजों के छात्रों व युवाओं से अपील की है कि वे नगर निगम के भ्रष्टाचारियों को सजा दिलवाने के लिए बिना किसी देरी के सड़कों पर उतरें.

आज के इस प्रदर्शन का नेतृत्व छात्र नेता अजय डागर, मनोज सैनी, मनीष, विशाल अत्री, देवेन्द्र पंवार, अनुज भाटी, रविंद्र कृष्ण शर्मा और  जसवंत पंवार आदि ने किया.

फरीदाबाद नगर निगम के महा भ्रष्टाचार को रोकने और घोटालों की जांच के लिए एसआईटी का गठन करने की मांग को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री महेन्द्र प्रताप सिंह अनशन स्थल पर पहुंचे.

उन्होंने बाबा जी के कुशलक्षेम की जानकारी प्राप्त की और उनके अच्छे स्वास्थ्य व दीर्घायु की कामना की. इस दौरान उनके साथ निगम के प्रथम महापौर सूबेदार सुमन, कांग्रेसी नेता अनीशपाल, डा. धर्मदेव आर्या भी थे.

महेन्द्र प्रताप सिंह ने अनशन स्थल पर कहा कि बाबा जी और अन्य आंदोलनकारी जिस विषय के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वह काफी महत्वपूर्ण है और ये लोग जनता के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी मंच पर राजनीति की बात नहीं करेंगे. प्रजातंत्र में राजधर्म यह कहता है कि ऐसे मामलों का सरकार को नोटिस लेना चाहिये अन्यथा शहर में जन आक्रोश बढ़ेगा.

उन्होंने सरकार से मांग की कि वह आंदोलनकारियों के द्वारा उजागर किये गये मामलों की जांच एसआईटी का गठन करके करवायें, दोषियों को दंडित करें इससे सरकार की इज्जत बढ़ेगी.

एंटी करप्शन फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमपी नागर, सुमीत गौड़, युवा आगाज संगठन के नेता जसवंत पंवार, समाज सेवी प्रबोध चंद शंगारी, आकाश हंस, ज्ञानेन्द्र भारद्वाज व ऋषि सैनी आदि ने भी सभा को सम्बोधित किया.

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