चक्रवर्ती सम्राट अशोक की जयंती भारत सरकार राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाएं: मौर्य महासभा

विश्व विजेता, न्यायप्रिय, मानवतावादी प्रियदर्शी सम्राट अशोक महान के शासनकाल में भारत सोने की चिड़िया कहलाता था

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Akhil Bhartiya Maurya Mahasabha

Faridabad:  अखिल भारतीय मौर्य महासभा हरियाणा इकाई कुशवाहा शाक्य सैनी मौर्य की प्रतिनिधि महासभा द्वारा फरीदाबाद उपायुक्त के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम ज्ञापन दिया, ज्ञापन मे सभा ने चक्रवर्ती सम्राट अशोक मौर्य महान की जयंती भारत सरकार द्वारा चैत्र शुक्ल अष्टमी को अशोका अष्टमी को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाई जाने की मांग की. ज्ञापन डॉ आशीष मौर्य प्रदेश अध्यक्ष हरियाणा इकाई की अध्यक्षता में दिया गया.

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आशीष मौर्य ने कहा कि भारत की आन बान शान भारतीय इतिहास की जान विश्व विजेता न्यायप्रिय मानवतावादी प्रियदर्शी सम्राट अशोक मौर्य महान एक ऐसे शासक थे जिनके शासनकाल में भारत सोने की चिड़िया कहलाता था जिनका स्तंभ भारत सिरमौर वह ऐतिहासिक धरोहर है जिन्होंने भारत को विश्व गुरु बनाने के साथ-साथ विश्वविजई भी बनाया.

उन्होने कहा कि सम्राट अशोक ने प्रथम संविधान चट्टानों पर खुदवाया था.  देश की शासन प्रणाली और भारत सरकार अशोक स्तम्भ को राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह मानती है जबकि ऐसे महान जननायक की जयंती भारत सरकार द्वारा नहीं मनाई जाती है.

महासभा की हरियाणा इकाई ने महान सम्राट अशोक की जयंती को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाये जाने संबंधी भारत सरकार से अपील करती है और यह सार्वजनिक तौर पर भारत सरकार एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाएं. इस दौरन संजीव कुशवाहा, लोकतंत्र सुरक्षा मंच के खेम चन्द सैनी, यशवंत मौर्य, डॉ रमेश लाल मौर्य, वीरेंद्र कुशवाहा, धर्मेंद्र कुशवाहा, मनोज मोर्य, राजेश मोर्य, गीता मौर्य, अभिषेक वर्मा, एडवोकेट संजय मौर्य, अमरजीत मौर्य, अरविंद मौर्य, रमाशंकर मोर्य, रामजीत मौर्य, संतोष यादव, संजय मौर्य सहित महसभा के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे.

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