नई दिल्ली. लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के अलग-अलग जिलों में फंसे लोगों को उनके गृह राज्य तक पहुंचाने का काम जारी है. रोजाना विशेष श्रमिक रेलगाड़ियों को चलाकर लोगों को उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है. सरकार ने बताया कि 13 मई तक 87,072 व्यक्तियों, जिसमें प्रवासी श्रमिक, विद्यार्थी व अध्यापक तथा अन्य व्यक्ति शामिल हैं, को विशेष रेलगाडिय़ों व बसों तथा अन्य वाहनों से उनके गृह जिलों तक पहुंचाया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा से पंजाब बसों व अन्य वाहनों के माध्यम से 222, हिमाचल प्रदेश को 63, उत्तर प्रदेश को 38181, उत्तराखंड को 9551, मध्यप्रदेश को 11965, गुजरात को 27, राजस्थान को 464, महाराष्ट्र को 58, केरल को जगन्नाथ विश्वविद्यालय के 22 विद्यार्थी व दो अध्यापक, असम को 32, बिहार को 17653, जम्मू व कश्मीर को 185, दिल्ली को 84, आंध्र प्रदेश को 20, तेलंगाना को 11, तमिलनाडु को 17, पश्चिम बंगाल को 11, कर्नाटक को 4 तथा पास लेकर अन्य राज्यों को गए 8500 व्यक्ति शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार, 9912 व्यक्ति अन्य राज्यों व विदेशों से हरियाणा में आए, जिनमें पंजाब से 1, हिमाचल प्रदेश से 42, उत्तर प्रदेश से 179, उत्तराखंड से 36, मध्य प्रदेश से 10, गुजरात से 9, राजस्थान से कोटा के विद्यार्थी व अन्य मजदूरों सहित 2568, महाराष्ट्र से 17, केरल से जगन्नाथ विश्वविद्यालय के 22 विद्यार्थी तथा 22 भूतपूर्व सैनिक सहित 44, तेलंगाना से जगन्नाथ विश्वविद्यालय के विद्यार्थी व अन्य सहित 34, ओडि़सा से 16, नांदेड़ साहिब से 105, दिल्ली से 6, आंध्र प्रदेश से जगन्नाथ विश्वविद्यालय के 19 विद्यार्थी, छत्तीसगढ़ से 18 तथा पास लेकर अन्य राज्यों से आए 6600 व्यक्ति तथा सिंगापुर, बांग्लादेश, उज्जबेकिस्तान, साऊदी अरब तथा फिलीपिंस से आए 208 व्यक्ति शामिल हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिलों में भेजने तथा अन्य राज्यों से हरियाणा में आने वाले व्यक्तियों के आगमन पर किये गए प्रबन्धों की निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों से प्रतिदिन फीडबैक भी ले रहे हैं.