लॉकडाउन में बाहर फंसे मजदूरों की आर्थिक सहायता के लिए झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नें लांच किया एप

आधार संख्या का आधार के आंकड़ों से एवं मोबाइल संख्या का ओटीपी के द्वारा सत्यापन किया जाएगा. आवेदक को अपना आधार कार्ड का तस्वीर एवं सेल्फी को भी अपलोड करना होगा, जिसका वेरिफिकेशन भुगतान से पहले संबंधित गृह जिले के द्वारा किया जाएगा. आवेदक को सहायता भुगतान के संबंध में एसएमएस के द्वारा सूचना दी जाएगी.

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कोरोना सहायता एप लांच करने के दौरान, फोटो:ट्विटर

रांची: कोरोना से बचाव के लिए हुए लॉकडाउन के कारण बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए झारखण्ड की हेमंत सोरेन सरकार ने एक ऐप तैयार किया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ‘कोरोना सहायता ऐप’ को लॉन्च किया. गुरुवार शाम को प्रोजेक्ट भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, श्रममंत्री सत्यानंद भोक्ता के साथ-साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐप के जरिए निबंधित प्रवासी मजदूरों के खाते में एक सप्ताह के अंदर डीबीटी के जरिए न्यूनतम एक हजार रुपये की राशि भेज दी जायेगी. इसके अलावा प्रवासी मजदूरों के परिवार का भी राज्य सरकार विशेष रुप से ध्यान रखेगी, जिससे संकट की इस घड़ी में उन्हें कोई परेशानी न हो.

ऐसे काम करेगा ‘कोरोना सहायता ऐप’-

इंटरनेट के माध्यम से इस ऐप को ओपन कर अपना नाम, झारखंड के जिस जिले के निवासी हैं, वो लिखें. आधार नंबर, सेल्फी के साथ अपना फोटो, झारखंड से बाहर जहां आप फंसे हैं, वो लिखें. इसके बाद बैंक एकांउट नंबर के साथ आपको मोबाइल नंबर देनी होगी. मोबाइल नंबर पर ओटीपी आयेगा, जिसे आप देकर निबंधित करा सकते हैं. आधार नंबर, बैंक एकांउट, मोबाइल नंबर और आपके सेल्फी का वेरिफिकेशन पूर्ण होने के बाद ही निबंधन हो सकेगा. जिनके पास स्मार्ट फोन और इंटरनेट सुविधा नहीं है वह साथ के किसी व्यक्ति के सहयोग से निबंधन करा सकते हैं.

राज्य सरकार के मुताबिक झारखंड के करीब 7 लाख प्रवासी मजदूर बाहर के राज्यों में कोरोना बंदी के दौरान फंसे हुए हैं.

ऐप से संबंधित महत्वपूर्ण बैटन को जाने-

इस ऐप को https://covid19help .jharkhand.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है

ऐप के माध्यम से आवेदन के दौरान निम्न तथ्यों की पुष्टि की जाती है-
-आवेदक का जियो-लोकेशन राज्य से बाहर का होना चाहिए
– आवेदक का नाम उसके आधार डाटा में अंकित नाम से मेल खाना चाहिए
– आवेदक द्वारा दिया गया बैंक विवरण झारखंड राज्य का ही होना चाहिए

आवेदक के द्वारा निम्न आंकड़ों की प्रविष्टि की जाती है

-आवेदक का गृह जिला, प्रखंड, पंचायत
– आवेदक का नाम, पिता का नाम, आधार संख्या, बैंक का विवरण
– वर्तमान राज्य एवं जिला जहां फंसे हैं
– मोबाइल नंबर

आधार संख्या का आधार के आंकड़ों से एवं मोबाइल संख्या का ओटीपी के द्वारा सत्यापन किया जाएगा. आवेदक को अपना आधार कार्ड का तस्वीर एवं सेल्फी को भी अपलोड करना होगा, जिसका वेरिफिकेशन भुगतान से पहले संबंधित गृह जिले के द्वारा किया जाएगा. आवेदक को सहायता भुगतान के संबंध में एसएमएस के द्वारा सूचना दी जाएगी.

पंजीकृत आंकड़े सफलतापूर्वक पोर्टल https://covid19help.jharkhand.gov.in पर संग्रहित होंगे. इस पोर्टल पर आंकड़ों का वेरिफिकेशन, PFMS के माध्यम से भुगतान, MIS एवं डैसबोर्ड संबंधित कार्य संपादित किए जाएंगे.

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