NEW DELHI: उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज रहने के बाद भी विधानसभा चुनाव में ख़राब प्रदर्शन से समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव सपा की हार से काफी व्यथित हैं. उन्होंने कहा है कि यदि यूपी में सपा ने अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया होता तो सपा की सरकार फिर बनती. होली के अवसर पर सैफई पहुंचे मुलायम सिंह ने कहा कि हार के लिए कोई एक व्यक्ति जिम्मेदार नहीं है. मुलायम सिंह यादव ने मीडिया से कहा कि हम पहले ही गठबंधन के विरोध में थे और सबके सामने कहा था कि इससे कोई फायदा नहीं होगा. इसलिए गठबंधन का प्रचार भी नहीं किया. सपा को अपने बूते अकेले चुनाव लड़ना चाहिए था. समाजवादी पार्टी अगर अकेले अपने बूते चुनाव लडती तो फिर से सरकार हमारी ही बनती.
मुलायम ने कहा मीडिया से कहा कि हमारे लोग समझ नहीं पाए कि यूपी में कांग्रेस को कोई पसंद नहीं करता. गठबंधन करने की क्या जरूरत है. मुलायम ने अपने छोटे भाई शिवपाल केउस बयान पर भी सहमति जताई जिसमे उन्होंने हर के बाद अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि गठबंधन के घमंड के कारण हार हुई.
पार्टी की करारी हार से दुखी मुलायन ने कहा उन्होंने बड़ी मेहनत से पार्टी बनाई है. सबने संघर्ष किया. हमने 2012 में बेटे को सत्ता सौंपी थी. यह बीजेपी की विचित्र जीत है और सपा की विचित्र हार है. अपनी छोटी बहू अपर्णा यादव की हार पर मुलायम सिंह बोले कि लखनऊ कैंट की सीट बेकार थी. वहां यादव वोटर बहुत कम हैं. चलो कोई बात नहीं, उसको अनुभव हो गया. बेटी ही है.