NEW DELHI: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में विस्फोटक मिलने के मामले की जांच एनआईए से कराने को कहा है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि विस्फोटक सदन के अंदर कैसे आया इसकी जांच होनी चाहिये. यह हमारे लिए एक बड़ा चैलेन्ज है, हम इस विषय को गंभीरता से ले रहें हैं. यह विषय प्रदेश की 22 करोड़ जनता से जुड़ा हुआ है. सीएम ने कहा कि जो पदार्थ मिला है, उसकी फॉरेंसिक जांच के बाद पता चला कि ये विस्फोटक है. उन्होंने कहा कि पूरे विधानसभा भवन को उड़ाने के लिए महज 500 ग्राम विस्फोटक काफी है और सदन में 150 ग्राम विस्फोटक मिला है.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में चालू सत्र के दौरान विस्फोटक मिलने के बाद हड़कंप मच गया. एक दिन पहले जांच के दौरान पाए गए पदार्थ की फॉरेंसिक जांच के बाद इसे पीईटीएन विस्फोटक बताया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश विधान सभा मे पीईटीएन विस्फोटक मिलने के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एनआईए जांच के आदेश दिए हैं, उस पर यूपी सरकार से आधिकारिक पत्र मिलने के बाद इसकी जांच एनआईए को सौपी जाएगी.
कोई भी सदस्य विधानसभा में मोबाइल लेकर ना आए: सीएम योगी
सीएम योगी ने विधायकों से कहा है कि कोई भी सदस्य विधानसभा में मोबाइल लेकर ना आए. यदि कोई फोन लेकर आता है तो उसे वाइब्रेशन मोड पर रखें. योगी ने कहा कि 12 जुलाई 2017 को बजट सत्र के दौरान विधायकों के अलावा कोई नहीं आ सकता. किंतु नेता प्रतिपक्ष की सीट के पास विस्फोटक मिलना बड़ी चिंता की बात है. उन्होंने कहा है कि इस मामले की एनआईए से जांच होनी चाहिए. जांच के बाद दोषी पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी.