नई दिल्ली: तमिलनाडु के वेल्लोर में मंगलवार रात को पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है. इसका हर तरफ विरोध हो रहा है लेकिन इसी बीच चेन्नई के ट्रिप्लिकेन में आठ ब्राह्मणों के जनेऊ जबरदस्ती काटने का मामला सामने आया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चेन्नई के ट्रिप्लिकेन इलाके में आठ-दस बाइक सवारों ने आठ ब्राह्मणों के जनेऊ को जबरदस्ती काट दिया और मौके से फरार हो गए.
पेरियार ने जीवन भर ब्राह्मण विरोध, राम विरोध और आस्तिकता के विरोध की राजनीति की उनका मानना था कि यह तर्कवाद या नास्तिकता के लिए खतरा है.
जनेऊ काटने की घटना को पेरियार के तर्कवाद को बढ़ावा देने वाला और आस्तिकता पर हमला माना जा रहा है.
बीजेपी नेता एच राजा ने त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति गिराए जाने के बाद फेसबुक पोस्ट लिखकर कहा था कि पेरियार जातिवादी थे और अब उनकी मूर्तियों के टूटने का नंबर है. हालांकि विवाद के बाद उन्होंने फेसबुक पोस्ट को हटा दिया और माफी भी मांग ली थी लेकिन यह सारा हंगामा उसी के बाद से शुरु हुआ है.
लेनिन की मूर्ति को गिराए जाने के बाद देशभर में मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने का दौर शुरू हुआ. तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया तो कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति पर स्याही फेंके जाने की घटना सामने आई.
इन घटनाओं पर पीएम मोदी ने कड़ी आपत्ति जताई और गृह मंत्रालय से इन मामलों पर तुरंत संज्ञान लेने को कहा था.