Faridabad: आज फरीदाबाद के तिगांव गांव में आयोजित लोकतंत्र बचाओ रैली में लोकतंत्र सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कुरुक्षेत्र के सांसद राजकुमार सैनी ने कहा कि एक परिवार व एक पार्टी देश को गर्त में धकेल दिया. श्री सैनी के तिगांव गांव में पहुंचने पर कार्यक्रम में पहुचें कार्यकताओं ने फूल-माला व जयकारों से उनका स्वागत किया गया.

श्री सैनी ने किसी जाति विशेष का नाम लिए बगैर कहा कि उन्हें कुछ लोग आतंकवादी समझते है, उनको लगता है की मैं कहीं जाउंगा तो बम बरसाउंगा, मुझे हरियाणा के कुछ जगहों पर जाने पर पाबन्दी है. मैं तो जनता का सेवक हूं, जनता ने मुझे चुन कर भेजा है और जनता की सेवा करता रहूँगा. कांग्रेस पर कहा कि 70 साल की आजादी में कांग्रेस पार्टी ने देश के ऊपर 55 साल राज किया 12 बार सरकार बनाकर हमने कांग्रेस को दी.
पहले प्रधानमंत्री का भाषण आज भी किताबों में दर्ज है कि गरीबी हटाओ, बेरोजगारी हटाओ, शांति शांति…और आज भी नेता यही बयान दे रहे हैं पांचवी पीढ़ी में राहुल गांधी दे रहा है कि गरीबी हटाओ, बेरोजगारी हटाओ, किसान बचाओ जबकि हमसे बाद आजाद हुए देश भी हम से आगे हैं. इस देश के नेताओं ने केवल भाषण देने का काम किया है और आज भी भाषण दे रहे हैं. ऐसे नेताओं का बहिष्कार क्यों नहीं करते जो पार्टी राजनीतिक रोटियां सेकती हैं. हरियाणा में नहर के मुद्दे पर कहा कि एक पार्टी फावड़े के ऊपर प्लास्टिक लगाकर नहर खोदने जाती है तो बताओ ऐसे में नहर खुलेगी क्या?

आरक्षण के मुद्दे पर कहा कि हद तो तब हो गई जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने लोगों को आरक्षण दिलवाया और सुप्रीम कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया. उसके बाद एक विशेष जाति के कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट पर चढ़ाई बोल देते हैं. कौन हैं यह लोग जो सुप्रीम कोर्ट में चढ़ाई बोलते हैं और कहते हैं कि हम आरक्षण लेकर छोड़ेंगे. नौकरियों के मामले पर पार्लियामेंट में एक भी MP आवाज नहीं उठाता की नौकरियों में सबको बराबरी का हक मिलना चाहिए. किसी एक जाति विशेष को नहीं मिलना चाहिए. आज 10 प्रतिशत लोग सरकारी नौकरियों में 90 प्रतिशत कब्ज़ा किये है और 55 प्रतिशत लोग 10 प्रतिशत में सिमट गये है.
कुलदीप बिश्नोई पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने जाति को छुपाकर 15 साल राज्य पर राज्य किया हैं जाकर उनके जमीन जायदाद की फर्द निकलवा कर देखो तो उनकी जाति क्या दर्ज है उसमें पता लगेगा. ओम प्रकाश चौटाला पर बोलते हुए कहा कि जो लोगों का हक मारता है उसे परमात्मा भी नहीं बचाता आज उसी की देन है कि चौटाला परिवार को सजा हुई. इसलिए कहता हूं परमात्मा से तो डरो.
मुझे जिंदल के सामने कुरुक्षेत्र की धरती पर जहां परमात्मा ने सत्य की लड़ाई का संदेश दिए थे वहां से लोगों ने मुझे विजई बनाया और आज मैं सत्य की लड़ाई लड़ रहा हूं, लोगों की लड़ाई लड़ रहा हूं, गरीबों की लड़ाई लड़ रहा हूं, किसान और मजदूरों की लड़ाई लड़ रहा हूं, बेरोजगारी की भी लड़ाई लड़ रहा हूं.
उन्होंने कहा कि नेताओं ने अपने भाषणों से देश का बंटाधार किया है. वोट के चक्कर में आज भी नेता भाषण भोली-भाली जनता को अपने बस में कर लेते हैं और वोट लेने के बाद 5 साल भूल जाते हैं. 5 साल के बाद फिर भाषण देने लगते हैं वह नहीं देते दूसरी पार्टी के नेता भाषण देने लगते हैं और भाषणों का खेल आजादी के समय से ही चला आ रहा है.
आरक्षण के मुद्दे पर श्री राजकुमार सैनी जी ने कहा कि अगर आपने मुझे 2019 में मौका दिया तो मैं 100 प्रतिशत आरक्षण दिला के रहूंगा. ऐसा होने पर कोई किसी के हिस्से को नहीं खायेगा. जिस बीजेपी को हमने 90 फ़ीसदी वोट दिए आज वह हमारे साथ खड़ी नहीं है. देश के जिन लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा की है, आज उनके बच्चों के पास रोजगार नहीं है. उन्होंने कहा कि दोस्तों यह देश तब तक आगे नहीं बढ़ सकता जब तक एक परिवार एक रोजगार, हम दो हमारे दो, किसानों को मनरेगा से जोड़ना और 100 प्रतिशत आरक्षण लागू करना.

राज्यसभा के मुद्दे पर कहा कि जब तक राज्यसभा खत्म नहीं होगा तब तक कुछ नहीं हो सकता, चुनी हुई सरकार कोई कानून बनाती है तो राज्यसभा में जाकर रोक दी जाती है, राज्यसभा गुलामी का प्रतीक है. दोस्तों आज सरकार में सारी मिनिस्ट्री राज्यसभा में है. जिसको जनता चुन कर भेजती है वह जीरो और जो गांव में पंच नहीं बन सकता वह राज्यसभा में हीरो. जो अपने गांव में पंच नहीं बन सकते आज वह देश चला रहे हैं. अर्जुन सिंह, BP सिंह, कर्पूरी ठाकुर, बाबा साहब, महात्मा ज्योतिबा फुले और न जाने कितने लोगों ने देश के लोगों को जगाने का प्रयास किया पता नहीं आप लोग जगेंगे कि नहीं हम भी जगाने का काम कर रहे हैं. इतनी तांडव के बाद भी अगर यह समाज नहीं जाएगा तो भविष्य में फिर आपको जगाने का काम कोई करेगा कि नहीं कह नहीं सकते. दोस्तों मैं वादा करता हूं कि अगस्त के 28-29 तारीख में मैं अपनी पार्टी का ऐलान करनाल में करूंगा.
इससे पहले सभा को ओमवीर गुर्जर, खेमचंद पहलवान, दयानंद नागर, ग्यासीराम शर्मा, बलराज बैसला, गीतांजली आदि ने भी संबोधित किया.