NEW DELHI: मुलायम सिंह के खास माने जाने वाले कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति पर अब रेप का मुकदमा दर्ज होगा. उत्तर प्रदेश में जरी विधानसभा चुनाव के बीच ही सुप्रीम कोर्ट ने प्रजापति पर केश दर्ज करने का आदेश दिया है.सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद गायत्री प्रजापति के साथ ही समाजवादी पार्टी की मुश्किल बढ़ सकती है. जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस को यह निर्देश दिया है कि प्रजापति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके दो माह के भीतर स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट को सौपी जाये. गायत्री प्रजापति पर आरोप है की उसने एक महिला के साथ काफी लम्बे समय तक यौन शोषण किया है. गायत्री प्रजापति पर एक महिला ने गैंगरेप और छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. पीड़ित महिला प्रजापति के खिलाफ केस दर्ज न होने के बाद सुप्रीम कोर्ट की शरण में गई थी. सूत्रों से मिली खबर के अनुसार महिला ने कोर्ट में बताया था कि उसके साथ गैंगरेप हुआ था और उसकी बेटी का भी यौन उत्पीडन किया गया. महिला ने बताया था की प्रजापति से वो तीन साल पहले मिली थी महिला का आरोप है कि चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोशी की हालत में उसके साथ रेप किया गया महिला ने गायत्री और उसके साथियों पर कई बार गैंगरेप करने का आरोप लगाया है. कोर्ट ने इस मामले पर तुरंत एफ़आईआर दर्ज करने के निर्देश दिया था.
अखिलेश सरकार में परिवहन मंत्री गायत्री प्रजापति के इस मामले को लेकर कोर्ट ने यूपी सरकार से भी आठ हफ़्तों के भीतर जवाब देने को कहा है. यूपी सरकार में मंत्री पर आय से अधिक संपत्ति रखने का भी आरोप है.
अवैध खनन के आरोपों से घिरे रह प्रजापति को अखिलेश ने कुछ दिनों पहले ही अपनी कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था लेकिन मुलायम सिंह के खास होने के कारण गायत्री को फिर से यूपी कैबिनेट में वापस ले लिया गया.