Gurugram: जैन समुदाय पूरे विश्व में नैतिकता, व्यापार, उद्योग, ध्यान, शिक्षा, राजनीति आदि सभी क्षेत्रों में मार्ग दर्शन करने में सक्षम है. समुदाय के लोग शिक्षित होने के साथ-साथ हर क्षेत्र में निपुण है. उक्त विचार भारत के जैन समुदाय की संस्था जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (जेआईटीओ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध व्यवसायी शांतिलाल कवाड ने गुरूग्राम जैन समुदाय के शीर्ष लोगों को संबोधित करते हुए व्यक्ति किए.
कवाड ने बताया कि जैन समुदाय की समय के साथ-साथ राजनैतिक, सामाजिक और व्यावसायिक क्षेत्र में गरिमा कम हो गई है. उन्होंने दावा किया कि आजादी के बाद पहली संसद में जैन समुदाय के 45 सांसद थे जो अब महज 2 रह गए हैं. देश के लगभग एक-चौथाई शीर्ष उद्योगपति जैन समुदाय से थे. प्रशासनिक सेवा, न्यायपालिका आदि सेवाओं में जैन समुदाय के लोग अधिकतम संख्या में थे. ओसवाल ग्रुप के सीएमडी और जेआईटीओ के अंतर्राष्ट्रीय चेयरमैन मोतीलाल ओसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि आज पूरी अर्थव्यवस्था डिजिटल टेक्नालाजी की धुरी पर घूम रही है. डिजिटल टेक्नालाजी व्यापार को कई गुणा बढ़ा सकती है और साथ-साथ आपकी कार्यप्रणाली को बेहतरीन और सरल भी बना सकती है.
जीतो के महासचिव सतीश पारिख ने बताया कि संस्था प्रशासनिक सेवाओं में समाज के प्रतिभागियों के लिए तीन ट्रेनिंग सेंटर चला रही है. संस्था के पास 150 करोड़ से अधिक का फंड जमा है. संस्था समाज के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में काम कर रही है. संस्था की भारत में विभिन्न जगहों पर 50 से अधिक शाखाएं है. इस अवसर पर संस्था की गुरूग्राम में भी शाखा खोलने का निर्णय लिया गया. प्रसिद्ध उद्योगपति सुभाषचंद जैन, पार्श्वस्थली जैन मंदिर के संस्थापक अध्यक्ष दिनेश जैन और बिल्डर नवीन जैन ने 11-11 लाख रूपये की सदस्यता ग्रहण की.
अमित डागा, छत्र सिंह सुराना, किरित वोरा, दिगम्बर जैन समाज के पूर्व प्रधान नरेश जैन, सेक्टर-4 श्वेतांबर समाज के प्रधान राजकुमार सालगिया, अशोक सुराना, अनिल संचेती, एमके लोढा, विनोद जैन, जैन स्थानक के महासचिव संदीप जैन, एनके फैक्ट्री के मालिक अनिल जैन, एसके बड़जातिया, संजय जैन, अशोक जैन, ललित जैन, रिषभ सावंत, रामकुमार जैन, मुकेश जैन, मनोज जैन, सुनील जैन बच्चू, विवेक जैन, विकास जैन, विशाल जैन और अभय जैन ने 1-1 लाख रूपये की संस्था की सदस्यता ग्रहण की. इस अवसर पर जेआईटीओ के नार्थ जोन के प्रधान गजेंद्र सिंह सिंघवी, डॉ अनिल भंडारी, महेश जैन, विनोद जैन, शुगल एंड दमानी ग्रुप के प्रबंध निदेशक प्रसन्न जैन सहित जैन समुदाय के बहुत से लोग उपस्थित थे.