लॉकडाउन का असर: तबाही के कगार पर खड़े हैं ये विभाग!

कोरोना की वजह से पर्यटन, होटल, टेक्सटाइल ऑटो इंडस्ट्री, एविएशन सेक्टर, रियल एस्टेट, जैसे विभाग तबाही की कगार पर खड़े हो गए हैं.

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प्रतीकात्मक फोटो, कोरोना

नई दिल्ली: कोरोना महामारी की वजह से काम-धंधा ठप पड़ा है. छोटे से लेकर बड़े उद्योग तक तबाह हैं. ऐसी महामारियों से हर साल दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं नुकसान पहुंचता है. जनहानि तो होती ही है, कारोबार और नौकरियों को भी बड़ा नुकसान पहुंचता है. भारत में भी कोरोना ने कुछ विभागों को प्रभावित किया है. कोरोना की वजह से पर्यटन, होटल, टेक्सटाइल ऑटो इंडस्ट्री, एविएशन सेक्टर, रियल एस्टेट, जैसे विभाग तबाही की कगार पर खड़े हो गए हैं.

पर्यटन और होटल इंडस्ट्री- कोरोना वायरस की वजह से पिछले करीब दो महीने से टूरिज्म सेक्टर में हाहाकार मचा है. टूरिज्म पर ब्रेक से होटल इंडस्ट्री पर भी ताला लटक गया है. भारत में कोरोना के मामले सामने आते ही सरकार ने सभी विदेशी पर्यटकों के वीजा को 15 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दिया है. हर महीने भारत में करीब 10 लाख विदेशी पर्यटक आते हैं. इसमें से कुल 60 से 65 फीसदी विदेशी पर्यटक अक्टूबर से मार्च के दरम्यान आते हैं जो इस बार कोरोना के चलते फ्लॉप सीजन साबित हो रहा है. भारत को विदेशी पर्यटकों के आने से हर साल करीब 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की आमदनी होती है
टूरिज्म ठप पड़ने से होटल इंडस्ट्री भी संकट में है. टूरिज्म से होटल इंडस्ट्री को 40 परसेंट कारोबार आता है. यही नहीं, इने दोनों सेक्टर में कारोबार के ठप होने से नौकरियों के जाने की आशंका तेज हो गई है.

टेक्सटाइल इंडस्ट्री- भारत में टेक्सटाइल इंडस्ट्री रोजगार देने में सबसे आगे है, गुजरात में समेत देश के तमाम हिस्सों में कोरोना वायरस की वजह से फैक्ट्रियों में ताला लटक गया है. सबसे ज्यादा बेरोजगारी की संख्या इस सेक्टर में आने वाले दिनों में दिखेगी. गारमेंट एक्सपोर्ट भी ठप पड़ा है.

ऑटो इंडस्ट्री- सबसे पहले कोरोना का मामला चीन में सामने आया, और जैसे ही इस वायरस से पैर फैलाना शुरू किया चीन के कारोबार पर असर पड़ा. कोरोना वायरस की वजह से ऑटो सेक्टर पर गहरा संकट आ गया है. क्योंकि कच्चा माल चीन से आता है, वो बंद है. इसके अलावा लॉकडाउन की वजह से प्रोडक्शन से लेकर शोरूम तक बंद हैं. मार्च में वाहनों की बिक्री में बड़ी गिरावट देखने मिली है और अप्रैल में संकट और बढ़ सकता है.

रियल एस्टेट- पहले से ही बदहाल रियल एस्टेट सेक्टर को कोरोना ने और तबाह कर दिया है. हर तरह का कंस्ट्रक्शन बंद है. जो घर बनकर तैयार हैं, उसके खरीदार नहीं हैं. हर महीने करोड़ों का नुकसान हो रहा है. इसके अलावा मॉल्स-दुकानें-मूवीज बंद होने से रियल एस्टेट के लीजिंग मॉडल को सीधे चोट पहुंच रही है. लोगों के घरों से ना निकलने की वजह से पहले ही मंदी से परेशान रियल एस्टेट को बड़ा नुकसान होने की आशंका है.

एविएशन सेक्टर- कोरोना वायरस से निपटने का कोई ठोस विकल्प नहीं होने की वजह से पूरी दुनिया परेशान है. एविएशन सेक्टर संकट में है, जब तक कोरोना संकट खत्म नहीं हो जाता, तब तक किसी भी देश की सरकार हवाई उड़ानों को शुरू करने की स्थिति में नहीं है. फिलहाल 30 अप्रैल तक सभी तरह की उड़ानें रद्द है. पिछले 15 दिनों से उड़ानें स्थगित है और आगे कब शुरू होगी ये कहना मुश्किल है.

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