NEW DELHI: केंद्रीय शहरी विकास मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार शाम को हुई बीजेपी संसदीय दल की अहम बैठक में उनके नाम पर मुहर लगाई गई. बैठक के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने नायडू के नाम का ऐलान किया.
वेंकैया नायडू पहले से ही इस पद के लिए प्रत्याशी बनाए जाने की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले सप्ताह बैठक कर उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी को लेकर विचार-विमर्श किया था. पार्टी के कुछ सूत्रों की मानें तो वेंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति पद का दावेदार बनाए जाने से दक्षिण के प्रदेशों में पार्टी की पैठ बढ़ेगी. नायडू को 25 साल से ज्यादा संसदीय कार्य का अनुभव है. पांच अगस्त को उपराष्ट्पति पद के लिए वोटिंग होगी.
18 जुलाई को वेंकैया नायडू अपना नामांकन भरेंगे:
मीडिया सूत्रों के अनुसार उप राष्ट्रपति पद के लिए अपने नाम का एलान होने के बाद वेंकैया नायडू पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मुरली मनोहर जोशी से मिलने के जाएंगे. जानकारी के मुताबिक नायडू कल सुबह 11 बजे नामांकन दाखिल करेंगे. इससे पहले वे शहरी विकास मंत्री और सूचना प्रसारण मंत्री के पद से इस्तीफा देंगे.
विपक्षी दलों ने पिछले सप्ताह उपराष्ट्रपति पद गोपालकृष्ण गांधी को प्रत्याशी घोषित किया था:
विपक्षी दलों ने पिछले सप्ताह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपनी ओर से प्रत्याशी घोषित किया था. गोपालकृष्ण गांधी राज्यपाल भी रह चुके हैं, और उनके नाम पर राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के रूप में भी चर्चा की गई थी. यहाँ बताना जरुरी होगा राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करने वाली पार्टी जेडीयू भी उप राष्ट्रपति चुनाव में गोपालकृष्ण गांधी का समर्थन कर रही है.
कौन हैं वेंकैया नायडू?
वेंकैया नायडू मोदी सरकार के सबसे वरिष्ठ मंत्रियों में से एक हैं और वर्तमान में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हैं. वेंकैया नायडू का जन्म चावटपलेम, नेल्लोर जिला, आंध्र प्रदेश के एक में हुआ था. वेंकैया नायडू आंध्र विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष भी चुने गए थे. वेंकैया नायडू दक्षिण भारत के सबसे पुराने बीजेपी नेताओं में से एक हैं. इसके अलावा वो 2002 से 2004 तक बीजेपी अध्यक्ष भी थे. नायडू चार बार राज्य सभा सांसद रहे हैं. आपतकाल के दौरान वो जय प्रकाश नारायण के आंदोलन से जुड़े थे और उस समय वो जेल भी गये थे.