LUCKNOW: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण का चुनाव हो चुका है और चौथे चरण के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है. नेताओं की जुबानी जंग लगातार जारी है. सभी अपने शब्दबाणों से एक दूसरे पर प्रहार करने पर लगे हुए हैं. झाँसी की एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर बोलते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद सबसे ज्यादा पैसा बीएसपी नें जमा किया है इसलिए अब बीएसपी का नया नाम बहनजी संपत्ति पार्टी है. मोदी ने कहा कि नोटबंदी के बाद बहनजी ने कहा कि फैसले को लेकर पूरी तैयारी नहीं की थी क्या सरकार ने तैयारी नही की थी या आपने?
प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद मायावती भी कहाँ चुप रहने वाली थी. मायावती ने भी उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी के ऊपर सीधा हमला किया और मोदी को नया नाम दे डाला. मायावती ने भी नरेन्द्र दामोदरदास मोदी नाम की नई परिभाषा तय कर दी. मायावती ने कहा नरेन्द्र मतलब निगेटिव दामोदरदास मतलब दलित और मोदी मतलब मैंन (निगेटिव दलित मैंन) वह एक दलित विरोधी आदमी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नहीं जानते कि बीएसपी सिर्फ एक पार्टी नहीं एक आन्दोलन है.
नेताओं के बिगड़े बोल…
इस चुनावी समर में देश के प्रधानमंत्री और बसपा की मुखिया ही नहीं सभी पार्टी के छोटे बड़े नेताओं के बोल बिगड़े है. मोदी के शमशान और कब्रिस्तान बयान पर जंग छिड गयी है. पीएम ने कहा था की अगर रमजान में बिजली आती है तो दिवाली में भी आनी चाहिए. कब्रिस्तान के चरों तरफ दिवार बनती है तो शमशान में भी बनना चाहिए.
अपनी चुनावी रैली में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक विज्ञापन का हवाला देते हुए कहा की गुजरात के लोग गधों का विज्ञापन कर रहे है. प्रधानमंत्री गुजरात के गधों का विज्ञापन करना बंद करें.
अभी हाल ही में सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने भी मीडिया को बयान देते हुए प्रधानमन्त्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को आतंकी करार दे दिया था जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने राजेंद्र चौधरी को निशाने पर ले लिया था.