नई दिल्ली: रेल मंत्रालय ने ट्रेनों के संचालन को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल खबरों को लेकर शुक्रवार को स्थिति स्पष्ट कर दी है. रेल मंत्रालय की ओर से ट्वीट करते हुए कहा गया कि 15 अप्रैल से यात्री ट्रेनों के परिचालन की कोई योजना जारी नहीं की है. रेल मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि ट्रेनों के संचालन के मामले में अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है. रेलमंत्रालय की ओर से कहा गया है कि यात्रा पर लॉकडाउन के बाद की परिस्थितियों पर रेलवे द्वारा अपने संभावित यात्रियों सहित सभी पक्षधारकों के हित में व्यावहारिक फैसले लिए जाएंगे.
ट्वीट में आगे कहा गया कि मीडिया में खबरें आई थीं कि रेलवे ने कोरोना वायरस के कारण यात्री ट्रेनों को 21 दिन तक स्थगित करने के बाद 15 अप्रैल से अपनी सभी सेवाएं बहाल करने की तैयारी शुरू कर दी हैं. रेलवे ने कहा कि ट्रेनों सेवाएं शुरू करने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया हैं. जब भी भारतीय रेलवे कोई फैसला लेगा तो इसकी जानकारी दी जाएगी.
रेल मंत्रालय नें मीडिया के लिए सलाह जारी करते हुए कहा है कि मीडिया अपुष्ट या असत्यापित मामलों के आधार पर समाचारों के प्रकाशन से बच सकता है, क्योंकि ऐसी रिपोर्टिंग अनावश्यक अटकलों का रूप ले रही हैं.
PRESS RELEASE ON MISLEADING MEDIA REPORTS #IndiaFightsCoronahttps://t.co/dAtGce1myu pic.twitter.com/snXgAp91MW
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) April 10, 2020
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन लागू कर दिया था. जिसके बाद रेलवे ने भी यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 21 दिनों के लिए 13,523 ट्रेनों की सेवाएं निलंबित कर दी थीं. 21 दिनों का यह लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म हो जाएगा.
इससे पहले रेलवे की सहायक कंपनी आईआरसीटीसी ने तीन निजी ट्रेनों को 30 अप्रैल तक कैंसल करने का फैसला लिया था. ये ट्रेनें हैं, दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस, अहमदाबाद-मुंबई तेजस एक्सप्रेस और काशी महाकाल एक्सप्रेस. बीते 8 अप्रैल को आईआरसीटीसी ने इन ट्रेनों को कैंसल करने का ऐलान किया था. इसके बाद से ही अन्य ट्रेनों के परिचालन को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.