लाकडाउन में गरीबों की मदद के लिए सोशल मीडिया यूजर्स को योगिता भयाना दे रही हैं अनोखा चैलेंज!

दिहाड़ी मजदूरों गरीबों की मदद के लिए अनोखा प्रयोग, सोशल मीडिया को बनाया अपना हथियार. सरकार अपनी ज्यादातर योजनाओं को जनता के बीच ले जाने के लिए राशन कार्ड आधार कार्ड बैंक अकाउंट जैसी चीजों पर निर्भर है. सोशल एक्टिविस्ट योगिता भयाना और उनकी टीम को किसी कागज की कोई जरूरत नहीं है.

0
298
योगिता भयाना नें 'जरुरतमंदों के लिए चाय और भोजन की व्यवस्था है' का बैनर अपने घर पर लगाया है.

नई दिल्ली: कई समाजसेवी, एनजीओ और धार्मिक संगठन दिहाड़ी मजदूरों को सहायता पहुंचाने के लिए नए प्रयोगों के साथ सरकार से बेहतर काम कर रहे हैं. ऐसा ही एक नया प्रयोग सोशल एक्टिविस्ट योगिता भयाना भी कर रही हैं. वो खुद खाने का पैकेट और राशन किट तो बांटने के साथ ही इस महामारी के वक्त में गरीबों की मदद के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने का काम भी कर रही हैं. उन्होंने सोशल मीडिया को अपना हथियार बनाया है और अपने जानने वालों को सोशल मीडिया पर #SHAREYOURFOOD और #FEEDHUMANITY  चैलेन्ज देना शुरू किया है.
TWITTER और FACEBOOK पर अबतक करीब 50 ज्यादा लोगों इसे स्वीकारा है. इस तरह गरीबों की मदद के लिए एक अच्छी टीम बन गई है, जो रोजाना जरूरतमंदों तक खाना और राशन पहुंचा रही है. इस अभियान के तहत इन लोगों ने अपने घर के गेट पर लिखवाया है कि ‘जरूरतमंदों के लिए चाय और भोजन की व्यवस्था है.’
केंद्र और तमाम राज्य सरकारें घोषणाएं कर रही है. लोगों के लिए काम भी कर रही है लेकिन उसका अपना सिस्टम है. सरकार अपनी ज्यादातर योजनाओं को जमीन पर उतारने के लिए राशन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक अकाउंट पर निर्भर है लेकिन योगिता भयाना और उनकी टीम के लोगों को किसी कागज की कोई जरूरत नहीं है. वह अपने अपने तरीके से जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने की कोशिश में लगी हुई हैं. जरूरतमंद होने के बावजूद जिनके पास राशन कार्ड या फिर गरीबी की पात्रता बताने वाला कोई कागजात नहीं है, उन्हें तलाश कर मदद पहुंचाई जा रही है. योगिता अपनी टीम के साथ ऐसे लोगों को फायदा पहुंचाने की कोशिश में लगी हुई हैं जो वास्तव में जरूरतमंद हैं, जिनका न राशन कार्ड है और न तो गरीबों की किसी योजना में रजिस्ट्रेशन. उनके इस अभियान से जुड़ी टीम जो किट जरुरतमंदों में बांट रही है उसमें में राशन के अलावा सैनेटाइजर और मास्क भी है. इस तरह योगिता भयाना के सोशल मीडिया पर किये गए इस ‘नए प्रयोग’ की वजह से हजारों लोगों को खाना और राशन मिलना शुरू हो गया है. आप भी अगर गरीबों की मदद के लिए आगे आना चाहतें हैं तो योगिता भयाना के इस अभियान से जुड़कर गरीबों और जरुरतमंदों को मदद पहुंचा सकते हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here