कला-संस्कृति एवं संगीत के महाकुंभ सूरजकुंड, पहुचे एक लाख दर्शक

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    By Jiopost.com

    Surajkund Faridabad: सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्थशिल्प मेले में रविवार को मेला देखने एक लाख से अधिक लोग पहुंचे। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के समीप सूरजकुण्ड में चल रहें 31वें मेले में कला-संस्कृति और संगीत के महाकुंभ में आगंतुकों ने जमकर खरीददारी की औैर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया।चौपाल में दिन भर चले सांस्कृतिक कार्यक्रम दर्शकों को खूब लुभाए। मेला में आने वाले लोगों ने बताया कि भारतीय और अन्य देशों के कलाकारों की ऐसी प्रस्तुतियां कहीं ओर देखने को नहीं मिलती।

    फूड कोर्ट भी दर्शकों के बीच दिन भर हॉट स्पॉट बना रहा। इंडियन, मुगलई, चायनीज, फास्ट-फूड के बेहतरीन आईटमों की रविवार को दिन भर मांग बनी रही। दोपहर के समय तो फूड कोर्ट में पांव रखने तक की जगह नहीं थी।

    आज पहला विकेएंड होने से मेले का मुख्य आकर्षण चौपाल रहा। जहाँ विभिन्न राज्यों और देशों के कलाकारों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। रंगारंग कार्यक्रम में थीम राज्य झारखण्ड के कलाकारों ने अपने राज्य का नृत्य प्रस्तुत किया। जिसका दर्शकों ने आनंद उठाया और तालिया बजाकर कलाकारों का हौसला अफजाई की।

    चौपाल पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में पड़ोसी राज्य उतर प्रदेश के कलाकारों ने भी अपनी लोक कला की छटा बिखेरी और मुख्य चौपाल पर उपस्थित दर्शकों ने काफी आनंद उठाया। इसके बाद फरीदाबाद के ग्रेंड कोलम्बस स्कूल के छात्रों ने बालीवुड धुनों व गानों पर रंगारंग सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किए और उपस्थित दर्शकों व मुख्य अतिथि ने तालियां बजाकर उनका मनोबल बढाया।

    मुख्य चौपाल पर तजाकिस्तान की गीतकारों और नृत्यकारों ने समां बांध दिया और अपने लोक नृत्य से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इन खूबसूरत कलाकारों के बारे में बताया कि तजाकिस्तान का 90 प्रतिशत क्षेत्र पहाड़ी हैं और यहां पर लोक कलाओं का प्रचलन है। वहां के गीतकारों ने भी अपने लोक गीतों से लोगों का मन मोह लिया और इन गीतों के दौरान वहां के पारपंरिक वेश-भूषा और वहां की संस्कृति के बारे में नृत्य करके दिखाया।

     

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